लेखनी कविता -13-Aug-2024
शीर्षक - मंगलागौरी
सावन के माह में मंगलागौरी पूजा करते हैं। सुहागन और कुदरत के वरदान लेते हैं। शिव शंकर मां गौरी का आशीर्वाद मिलता हैं। जीवन के पथ में ईश्वर की महिमा रहतीं हैं। मंगलागौरी पूजा और व्रत हम रखते हैं। जीवन और जिंदगी में संसारिक मान मिलते हैं। हां, हम सभी जानते मानते और समझते हैं। मन भाव में हमारे श्रृंगार श्रृद्धा की सोच रहती हैं। बस भाग्य और विधाता की महिमा कर्म होती हैं। मंगलागौरी कुदरत और प्रकृति के रंग बताती हैं। सच और सही राह का विधान मंगलागौरी कहतीं हैं। जय माता गौरी मंगलागौरी की महिमा हम मानते हैं।
नीरज कुमार अग्रवाल चंदौसी उ.प्र
Arti khamborkar
21-Sep-2024 09:14 AM
v nice
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